“नरसिंह पुराण” हिंदू धर्म के अठारह उपपुराणों में से एक महत्वपूर्ण वैष्णव उपपुराण है, जिसमें भगवान नरसिंह के अवतार की महिमा, धार्मिक व्रत, तीर्थ, श्राद्ध कर्म, पुण्य कथा, तथा धार्मिक आचार व्यवहार का सुंदर वर्णन मिलता है।
गीता प्रेस, गोरखपुर द्वारा प्रकाशित यह संस्करण संस्कृत मूल श्लोकों के साथ सरल और शुद्ध हिंदी अनुवाद में प्रस्तुत किया गया है, जिससे आम पाठक भी इस ग्रंथ की गूढ़ बातों को आसानी से समझ सकें।
🌟 मुख्य विषयवस्तु:
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भगवान नरसिंह के अवतार की महिमा व लीलाएं
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धर्म, नीति और भक्ति संबंधी उपदेश
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व्रत-त्योहारों की विधियाँ
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तीर्थों का महत्व और माहात्म्य
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यज्ञ, दान, तप, श्राद्ध आदि के नियम
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प्राचीन ऋषियों के संवाद और संवाद शैली में ज्ञान
🙏 यह पुस्तक क्यों पढ़ें?
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वैष्णव धर्म और भगवान विष्णु के नरसिंह अवतार को समझने हेतु
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सनातन धर्म के धार्मिक कर्तव्यों को जानने हेतु
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व्रत, श्राद्ध, यज्ञ, तीर्थ आदि के शास्त्रीय नियमों को सीखने हेतु
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पुराण साहित्य का मूलस्वरूप जानने हेतु
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श्रद्धा और धर्म साधना को सुदृढ़ करने हेतु
👤 उपयुक्त पाठक वर्ग:
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धर्मप्रेमी एवं वैष्णव भक्तगण
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पुराण अध्ययन करने वाले विद्यार्थी
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पंडित, आचार्य, कथा वक्ता
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धार्मिक आयोजकों और साधकों के लिए
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धार्मिक संस्थान, आश्रम, गुरुकुल
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