शिव स्तोत्र रत्नाकर (Shiv Stotra Ratnakar) गीता प्रेस, गोरखपुर द्वारा प्रकाशित एक महत्वपूर्ण भक्ति-संग्रह है जिसमें भगवान शिव की महिमा का वर्णन करने वाले श्रेष्ठ स्तोत्रों का संकलन किया गया है।
इस ग्रंथ में शिव महिम्न स्तोत्र, रुद्राष्टक, लिंगाष्टकम्, शिव ताण्डव स्तोत्र, अघोराष्टक, बिल्वाष्टक जैसे अनेक प्रसिद्ध स्तोत्रों का समावेश है। प्रत्येक स्तोत्र पाठक को भगवान शिव की उपासना के माध्यम से भक्ति, शांति और आत्मबल की अनुभूति कराता है।
यह पुस्तक न केवल दैनिक पाठ और पूजा के लिए उपयोगी है बल्कि अध्यात्म और ध्यान के मार्ग पर चलने वालों के लिए भी प्रेरणास्रोत है। गीता प्रेस की यह प्रस्तुति सरल भाषा में, शुद्ध संस्कृत श्लोकों के साथ प्रस्तुत की गई है ताकि हर भक्त इसे आसानी से पढ़ और समझ सके।
🙏 क्यों पढ़ें “शिव स्तोत्र रत्नाकर”?
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क्योंकि यह पुस्तक भगवान शिव की स्तुति करने वाले सर्वश्रेष्ठ स्तोत्रों का संकलन है।
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दैनिक पाठ, पूजा और ध्यान के लिए अत्यंत उपयुक्त ग्रंथ।
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इसमें भक्ति और आत्मबल को बढ़ाने वाले श्लोकों का संग्रह है।
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संस्कृत श्लोकों के साथ हिंदी अनुवाद (जहाँ लागू) से अध्ययन सरल बनता है।
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भगवान शिव की कृपा प्राप्ति और मानसिक शांति के लिए सर्वोत्तम साधन।
🌼 इस पुस्तक की विशेषताएँ
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गीता प्रेस, गोरखपुर का प्रामाणिक प्रकाशन
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भगवान शिव के प्रमुख स्तोत्रों का संग्रह (जैसे शिव ताण्डव, रुद्राष्टक आदि)
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सरल और स्पष्ट हिंदी प्रस्तुति
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भक्ति, ध्यान, और धार्मिक पाठ के लिए आदर्श
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भक्तों के लिए पॉकेट-फ्रेंडली और यात्रा के दौरान भी उपयोगी
👌 किनके लिए सर्वश्रेष्ठ
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भगवान शिव के उपासक और भक्त
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भक्ति-साधना और पूजा करने वाले व्यक्ति
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जो ध्यान और अध्यात्मिक अभ्यास में लगे हैं
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संस्कृत और भक्ति साहित्य के विद्यार्थी
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जो मानसिक शांति और ईश-भक्ति का अनुभव करना चाहते हैं








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