लघु पाराशरी वैदिक ज्योतिष का एक महत्वपूर्ण ग्रंथ है, जिसमें बृहत पराशर होरा शास्त्र के मूल सिद्धांतों का संक्षेप मिलता है। इस पुस्तक का यह संस्करण विशेष है क्योंकि इसमें मौलिक श्लोकों को ज्यों का त्यों प्रस्तुत कर उनके अन्वय एवं सरल व्याख्या दी गई है।
लेखक डॉ. सुशील अग्रवाल और डॉ. मनोज कुमार ने अत्यंत विद्वत्तापूर्ण ढंग से ग्रह, भाव, राशियों और दशा-गोचर के गूढ़ सिद्धांतों को स्पष्ट किया है। इसमें विवाह, संतान, रोग, भाग्य, धन, और आयु से संबंधित योगों का सटीक और तर्कपूर्ण विश्लेषण किया गया है।
भाषा सरल और व्याख्या सटीक होने के कारण यह पुस्तक ज्योतिष के विद्यार्थियों, शोधार्थियों और अध्येताओं के लिए अत्यंत उपयोगी है। साथ ही, यह पुस्तक Alpha Publication द्वारा प्रकाशित होने के कारण इसकी प्रामाणिकता और गुणवत्ता सुनिश्चित है।
⭐ प्रमुख विशेषताएँ
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मूल श्लोकों सहित अन्वय एवं व्याख्या।
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पराशरी ज्योतिष के मूलभूत सिद्धांतों की स्पष्ट प्रस्तुति।
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ग्रह, भाव और दशा-गोचर पर व्यावहारिक दृष्टिकोण।
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विवाह, संतान, रोग, आयु और भाग्य से जुड़े योगों का विस्तृत विश्लेषण।
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विद्यार्थियों और शोधकर्ताओं के लिए अनिवार्य संदर्भ ग्रंथ।
🎯 किनके लिए उपयुक्त
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ज्योतिष शास्त्र के विद्यार्थी और शोधकर्ता।
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पराशरी ज्योतिष के गूढ़ सिद्धांतों को समझना चाहने वाले पाठक।
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ज्योतिष परामर्शदाता और शिक्षण से जुड़े विद्वान।
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वैदिक शास्त्र और पारंपरिक ज्योतिष में रुचि रखने वाले पाठक।
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