“ऐतरेय उपनिषद्” ऋग्वेद से संबद्ध एक महान उपनिषद है, जो आत्मा की उत्पत्ति, ब्रह्मा द्वारा सृष्टि निर्माण, जीवन के मूल उद्देश्य तथा मोक्ष के रहस्य को अत्यंत सूक्ष्मता से प्रस्तुत करता है। गीता प्रेस द्वारा प्रकाशित यह संस्करण संस्कृत मूल पाठ के साथ सरल हिंदी में व्याख्या सहित है, जो जिज्ञासु पाठकों, विद्यार्थियों एवं शोधार्थियों के लिए अत्यंत उपयोगी है।
इसमें तीन अध्यायों में आत्मा की उत्पत्ति, जीवात्मा और परमात्मा का अंतर, तथा मनुष्य जीवन का उद्देश्य विस्तार से समझाया गया है।
🧠 मुख्य विषयवस्तु:
-
ब्रह्मा द्वारा सृष्टि की उत्पत्ति
-
आत्मा का प्रकटीकरण और विकास
-
चैतन्य, प्रज्ञा और पुरुष का स्वरूप
-
मनुष्य जीवन का आध्यात्मिक उद्देश्य
-
उपनिषदिक दृष्टिकोण से आत्मा और ब्रह्म
🎯 पुस्तक क्यों पढ़ें:
-
वैदिक दर्शन और वेदांत को समझने के लिए मूल ग्रंथ
-
आत्मा और ब्रह्म की परिभाषा का गूढ़ विवेचन
-
वैदिक शिक्षा के विद्यार्थी, अध्यापक, शोधार्थियों के लिए उपयोगी
-
आत्मबोध, मोक्ष और जीवन के वास्तविक अर्थ की खोज में सहायक
👤 पाठकों के लिए उपयोगी:
-
उपनिषदों के जिज्ञासु पाठक
-
वेदांत और अद्वैत दर्शन में रुचि रखने वाले
-
छात्र (Vedic Studies / Indian Philosophy)
-
धार्मिक और अध्यात्मिक साधक
Reviews
There are no reviews yet.