विदुर नीति महाभारत के “उद्योग पर्व” से उद्धृत एक ऐसा महान ग्रंथ है, जिसमें धर्म, राजनीति, नीति, आचरण, प्रशासन और जीवन के व्यवहारिक सिद्धांतों का अद्भुत समावेश है। यह संवाद महात्मा विदुर और राजा धृतराष्ट्र के बीच हुआ था, जिसमें विदुर ने राजधर्म, गृहस्थधर्म, सदाचरण और नीति के शाश्वत सूत्रों को स्पष्ट किया है।
गीता प्रेस, गोरखपुर द्वारा प्रकाशित यह संस्करण प्राचीन श्लोकों के साथ सरल और गूढ़ हिंदी भावार्थ में प्रस्तुत किया गया है, जिससे यह आज के पाठकों के लिए भी पूर्णतः उपयोगी बनता है।
📚 मुख्य विषयवस्तु:
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धर्म, नीति और सदाचार के मूल सिद्धांत
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उत्तम जीवनशैली एवं आचरण के नियम
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राजनीति और प्रशासन के आदर्श
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मनुष्य की मानसिक और नैतिक स्थिति का विश्लेषण
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सुख-दुख, स्वार्थ, परमार्थ, दान, संयम आदि विषयों पर निर्देश
🎯 इस पुस्तक की विशेषताएँ:
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महाभारत आधारित प्रमाणिक नीति ग्रंथ
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विदुर जैसे ज्ञानी पुरुष की जीवनदर्शन आधारित शिक्षाएं
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संस्कृत श्लोकों के साथ सहज हिंदी अनुवाद
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पारिवारिक, सामाजिक और व्यक्तिगत जीवन के लिए मार्गदर्शक
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नीति, धर्म और व्यवहारिक ज्ञान का विश्वसनीय संग्रह
👤 किनके लिए उपयुक्त है:
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विद्यार्थियों, नेताओं, प्रशासनिक सेवाओं की तैयारी करने वालों के लिए
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नीति शास्त्र, धर्मशास्त्र और भारतीय संस्कृति में रुचि रखने वाले पाठकों के लिए
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योग, ध्यान, जीवन-दर्शन और नीति शास्त्र के साधकों हेतु
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धार्मिक संस्थानों, स्कूलों, लाइब्रेरियों और घरों में उपयोगी
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