“शिव गीता” एक अनुपम धार्मिक ग्रंथ है, जिसमें भगवान श्रीराम और भगवान शिव के बीच हुआ अत्यंत गूढ़ एवं आध्यात्मिक संवाद प्रस्तुत किया गया है। यह ग्रंथ श्रीरामचरितमानस की उत्तरकांड से प्रेरित होकर बना है और भगवान शिव के अद्वैत ज्ञान, भक्ति मार्ग, योग, और सृष्टि के रहस्यों को उजागर करता है।
नन्दलाल दशोरा द्वारा सरल एवं सुलभ भाषा में किया गया यह संकलन, शिव भक्ति से ओत-प्रोत है और साधकों को भगवान शिव के ज्ञान, भक्ति एवं कृपा का अनुभव कराता है।
📜 मुख्य विषय-वस्तु:
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श्रीराम द्वारा भगवान शिव से पूछे गए गूढ़ प्रश्न
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शिवजी द्वारा तत्वज्ञान और ब्रह्म ज्ञान की विवेचना
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भक्ति, ज्ञान, कर्म और योग का अद्वितीय समन्वय
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शिव उपासना के रहस्य
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जीवन-मरण, आत्मा-परमात्मा का ज्ञान
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मोक्ष प्राप्ति का मार्ग
🌟 पुस्तक की विशेषताएँ:
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प्रामाणिकता से भरपूर प्राचीन ग्रंथ की प्रस्तुति
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भावनात्मक, आध्यात्मिक और दार्शनिक गहराई
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पाठकों को शिव तत्व से जोड़ने वाली रचना
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सुसज्जित हार्डकवर संस्करण – संग्रह योग्य
✅ यह पुस्तक उपयुक्त है:
📌 शिव भक्तों के लिए
📌 साधकों, योगियों और आध्यात्मिक जिज्ञासुओं हेतु
📌 धार्मिक साहित्य प्रेमियों के लिए
📌 तुलसीदास एवं रामचरितमानस के अध्येताओं के लिए
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