“Bhairav Upasna” (भैरव उपासना) हिन्दू तांत्रिक साधना पर आधारित एक दुर्लभ ग्रंथ है, जिसे प्रसिद्ध विद्वान पंडित मधुसूदन शर्मा ने लिखा है।
यह पुस्तक काल भैरव और उनके विभिन्न रूपों की उपासना-विधि, मंत्र-जप, एवं आराधना के रहस्यों को सरल हिंदी में समझाती है।
लेखक ने इसमें भैरव साधना, पूजन विधि, मंत्र शक्ति, और उपचारात्मक प्रयोगों का वर्णन किया है।
जो साधक भय, शत्रु, नकारात्मकता या बाधाओं से मुक्ति चाहते हैं, उनके लिए यह पुस्तक अत्यंत उपयोगी सिद्ध होती है।
🔹 क्यों पढ़ें यह पुस्तक?
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भैरव उपासना की प्रामाणिक विधि का चरणबद्ध वर्णन
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भय, बाधा और शत्रु से रक्षा हेतु विशेष साधनाएँ
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भैरव तंत्र और भक्ति का संतुलित संयोजन
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सामान्य गृहस्थ पाठक के लिए भी सरल और व्यवहारिक मार्गदर्शन
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आध्यात्मिक उन्नति और आत्म-शक्ति प्राप्ति का मार्गदर्शक ग्रंथ
🔹 मुख्य विशेषताएँ
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हिंदी में सरल भाषा और सटीक व्याख्या
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प्राचीन तांत्रिक विधियों का व्यावहारिक रूप
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पूजन, अर्चना, जप और उपासना की पूरी विधि
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सामान्य और साधक दोनों के लिए समान रूप से उपयोगी
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आध्यात्मिक सुरक्षा और शक्ति का प्रामाणिक स्रोत
🔹 किनके लिए सर्वश्रेष्ठ
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भक्ति एवं साधना में रुचि रखने वाले पाठक
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भैरव भक्त और उपासक
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आध्यात्मिक साधक जो तांत्रिक उपासना को समझना चाहते हैं
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धर्मग्रंथ और पूजा-पद्धति में रुचि रखने वाले व्यक्ति








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