“ग्रह और संतान” प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य के. एन. राव द्वारा रचित एक अत्यंत महत्वपूर्ण और विश्लेषणात्मक ग्रंथ है, जो वैदिक ज्योतिष की दृष्टि से संतान संबंधी प्रश्नों का गहन विवेचन करता है।
इस पुस्तक में बताया गया है कि जन्म कुंडली में संतान सुख, संतान की संख्या, संतान का स्वास्थ्य, तथा संतानहीनता के संभावित कारण कैसे पहचाने जा सकते हैं। लेखक ने पराशरी, नाड़ी व जैमिनी प्रणाली के सूत्रों का प्रयोग करते हुए कई प्रामाणिक चार्ट्स और केस स्टडीज़ के माध्यम से सिद्धांतों को स्पष्ट किया है।
यह द्वितीय संस्करण (2014) और भी परिशुद्ध तथा व्यावहारिक है, जिसमें विशेष रूप से संतान प्राप्ति के उपाय, संतान रुकावट के कारणों की पहचान, तथा ज्योतिष के माध्यम से संभावित समाधान प्रस्तुत किए गए हैं।
✨ मुख्य विशेषताएँ (Key Features)
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संतान योग की गहन व्याख्या
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संतानहीनता और विलंब के ज्योतिषीय कारण
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पराशरी, जैमिनी व नाड़ी सिद्धांतों का विश्लेषण
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20+ वास्तविक केस स्टडीज
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ज्योतिष विद्यार्थियों और परामर्शदाताओं के लिए अमूल्य मार्गदर्शक
✅ क्यों पढ़ें यह पुस्तक?
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संतान विषयक समस्याओं को ज्योतिषीय दृष्टिकोण से समझने हेतु
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संतान प्राप्ति से संबंधित योग व दोषों की पहचान हेतु
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ज्योतिषीय उपायों द्वारा समाधान खोजने के लिए
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पेशेवर ज्योतिषियों के ज्ञानवर्धन हेतु
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के. एन. राव जैसे वरिष्ठ विद्वान का प्रामाणिक लेखन पढ़ने हेतु
👤 किनके लिए उपयोगी (Best For)
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वैदिक ज्योतिष के विद्यार्थी
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संतान विषयक परामर्श देने वाले ज्योतिषी
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ज्योतिषीय अनुसंधानकर्ता
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संतान सुख में बाधा झेल रहे परिवार
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ज्योतिष परीक्षा (Visharad/Acharya) की तैयारी करने वाले छात्र
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