“हिन्दुस्तानी जड़ी-बूटियां (वनौषधि संग्रह – सन्यासियों के गुप्त योग सहित)” पुस्तक प्राचीन भारतीय आयुर्वेद और वनौषधि विज्ञान की अमूल्य निधि है।
इस ग्रंथ में भारत की मिट्टी में पाई जाने वाली सैकड़ों जड़ी-बूटियों का विस्तृत परिचय, उनके वैज्ञानिक और धार्मिक उपयोग, रोगों के उपचार में उनकी प्रभावशीलता तथा सन्यासियों द्वारा अपनाए गए गुप्त योगिक नुस्खे दिए गए हैं।
लेखक पं. अमोलचंद शुक्ल ने अपने वर्षों के अध्ययन और अनुभूतियों के आधार पर ऐसे आयुर्वेदिक रहस्यों का संकलन किया है जो सामान्य पुस्तकों में उपलब्ध नहीं होते।
इस पुस्तक में दिए गए योग और नुस्खे शरीर, मन और आत्मा—तीनों के संतुलन के लिए उपयोगी हैं।
यह पुस्तक आयुर्वेद, वनस्पति विज्ञान, प्राकृतिक चिकित्सा, योग और तांत्रिक साधना में रुचि रखने वाले पाठकों के लिए एक उत्कृष्ट और मार्गदर्शक ग्रंथ है।
💡 क्यों पढ़ें यह पुस्तक:
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क्योंकि यह सन्यासियों के गुप्त योग और वनौषधि ज्ञान का दुर्लभ संग्रह है।
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इसमें प्राकृतिक चिकित्सा के ऐसे रहस्य हैं जो आज भी प्रभावी हैं।
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यह आयुर्वेद प्रेमियों और योग साधकों के लिए प्रेरणास्रोत है।
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इसमें रोगों के उपचार हेतु वनस्पतियों के सटीक और प्रामाणिक प्रयोग बताए गए हैं।
📚 क्या है ऐसा इस पुस्तक में:
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सैकड़ों भारतीय जड़ी-बूटियों का शास्त्रीय विवरण।
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सन्यासियों के गुप्त योगिक रहस्य और औषधीय उपयोग।
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प्राकृतिक चिकित्सा की प्राचीन पद्धतियों का व्यावहारिक वर्णन।
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स्वास्थ्य, दीर्घायु और आध्यात्मिक शक्ति बढ़ाने के सूत्र।
🌸 किनके लिए Best है:
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आयुर्वेद और हर्बल चिकित्सा के विद्यार्थी एवं शोधकर्ता।
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योग, तंत्र और साधना मार्ग में रुचि रखने वाले साधक।
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प्राकृतिक उपचार अपनाने वाले व्यक्ति।
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आध्यात्मिक जीवनशैली के अनुयायी।









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