स्वरोदय विज्ञान भारतीय योग और तंत्र परंपरा का एक अत्यंत महत्वपूर्ण अंग है। यह विज्ञान श्वास और नाड़ियों की गति के माध्यम से जीवन की घटनाओं, निर्णयों और सफलता-असफलता के रहस्यों को उद्घाटित करता है।
श्री योगीराज यशपाल की यह पुस्तक “सिद्धविद्या स्वरोदय विज्ञान” सरल भाषा में उन गूढ़ रहस्यों को प्रस्तुत करती है, जिन्हें जानकर कोई भी साधक अपने जीवन को संतुलित और सफल बना सकता है।
इस पुस्तक में विशेष रूप से निम्नलिखित विषयों को सम्मिलित किया गया है:
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स्वर विज्ञान का इतिहास और महत्व।
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दिन-रात और ग्रह-नक्षत्रों के अनुसार श्वास का प्रभाव।
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स्वर के आधार पर शुभ-अशुभ निर्णय।
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स्वास्थ्य, रोग और साधना में श्वास का योगदान।
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योग, ज्योतिष और तंत्र से संबंध।
यह पुस्तक योग साधना, ज्योतिष अध्ययन और आध्यात्मिक विकास में रुचि रखने वालों के लिए अत्यंत उपयोगी है।
⭐ प्रमुख विशेषताएँ
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स्वर विज्ञान और श्वास-प्रश्वास का गहन विवेचन।
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जीवन निर्णयों में स्वर विद्या का प्रयोग।
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स्वास्थ्य और साधना दोनों में मार्गदर्शन।
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योग, ज्योतिष और तंत्र का अद्वितीय संगम।
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सरल एवं सहज भाषा में प्राचीन सिद्धांतों की प्रस्तुति।
🎯 किनके लिए उपयुक्त
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योग और ध्यान के साधक।
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ज्योतिष और तंत्र शास्त्र के विद्यार्थी।
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अध्यात्म और जीवन प्रबंधन में रुचि रखने वाले पाठक।
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स्वर विज्ञान सीखने और जीवन निर्णयों में लागू करने के इच्छुक व्यक्ति।
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