“पंचदेव अथर्वशीर्ष संग्रह” गीता प्रेस द्वारा प्रकाशित एक दिव्य स्तोत्र संग्रह है जिसमें पांच प्रमुख देवताओं — श्री गणेश, श्री विष्णु, श्री शिव, श्री सूर्य एवं श्री दुर्गा के अथर्वशीर्ष मंत्र संकलित किए गए हैं। ये मंत्र वेदों से उद्धृत अथर्वण शाखा के उपनिषद स्वरूप हैं।
इन मंत्रों का नियमित पाठ मानसिक शुद्धता, आध्यात्मिक बल, एवं दैनिक साधना के लिए अत्यंत प्रभावी माना जाता है।
🌟 मुख्य विशेषताएँ:
-
श्रीगणेश, शिव, विष्णु, सूर्य और दुर्गा के लिए प्रामाणिक अथर्वशीर्ष
-
संस्कृत मूल श्लोक के साथ सरल हिंदी अनुवाद
-
श्रद्धालुओं, विद्यार्थियों एवं साधकों के लिए उपयुक्त
-
नित्य पाठ, व्रत, अनुष्ठान एवं विशेष तिथियों पर अनिवार्य
-
पॉकेट साइज संस्करण, ले जाने में आसान
🙏 यह पुस्तक क्यों पढ़ें?
-
पंचदेव उपासना में आस्था रखने वाले भक्तों के लिए अनमोल ग्रंथ
-
प्रत्येक देवता के मूल मंत्र और स्तुति को संक्षिप्त और सटीक रूप में जानने हेतु
-
मानसिक शांति, आत्मिक उन्नति और बाधा निवारण हेतु
-
वेदों में उल्लिखित उपनिषदात्मक स्तोत्रों से जुड़ने का श्रेष्ठ माध्यम
👤 उपयुक्त पाठक वर्ग:
-
गृहस्थ भक्तगण
-
उपासक, ब्राह्मण, संस्कृत छात्र
-
साधक, ध्यान करने वाले व्यक्ति
-
मंदिरों, पाठशालाओं, धार्मिक आयोजकों हेतु
Reviews
There are no reviews yet.