“श्री दुर्गा सप्तशती” गीता प्रेस गोरखपुर द्वारा प्रकाशित यह विशेष सचित्र संस्करण शक्ति उपासना के प्रमुख ग्रंथों में से एक है। इसे मार्कंडेय पुराण के अंतर्गत माना गया है, जिसमें माँ भगवती के तीन स्वरूपों – महालक्ष्मी, महासरस्वती और महाकाली की विजयगाथा का वर्णन मिलता है।
इस विशेष संस्करण में निम्नलिखित को प्रमुख रूप से सम्मिलित किया गया है:
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मूल संस्कृत श्लोक
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प्रत्येक अध्याय का हिंदी अनुवाद
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शुद्ध उच्चारण व पाठ-विधि
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देवी महात्म्य के अध्यात्मिक लाभ व अनुष्ठान विधियाँ
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सुनियोजित चित्रों के माध्यम से कथाओं का सुंदर प्रस्तुतीकरण
🌟 मुख्य विशेषताएँ:
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कुल 700 श्लोक, 13 अध्याय
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नवचंडी यज्ञ, व्रत, पाठ, हवन आदि में अनिवार्य
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हिंदी पाठकों के लिए अत्यंत सरल एवं प्रभावशाली अनुवाद
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देवी उपासकों के लिए शक्ति साधना का मूल स्रोत
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विशेष चित्रांकन से ग्रंथ को और भी जीवंत बनाया गया है
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पूजा-पाठ के आचरण नियम और मंत्र विधियाँ भी दी गई हैं
🙏 यह पुस्तक क्यों पढ़ें?
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माँ दुर्गा की कृपा प्राप्त करने हेतु
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व्रत, पर्व या नवरात्रि के अवसर पर विधिवत पाठ के लिए
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मानसिक, आध्यात्मिक एवं पारिवारिक शांति हेतु
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स्त्रियों, गृहस्थों, साधकों एवं पाठ आयोजकों के लिए उपयुक्त
👤 उपयुक्त पाठक वर्ग:
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शक्ति उपासक एवं साधक
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पुरोहित एवं पाठ आयोजक
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देवी भक्तगण
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धार्मिक शिक्षण संस्थान व संस्कृत विद्यार्थी
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नवरात्रि व्रतकर्ता
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