“श्री विष्णु सहस्रनाम” महाभारत के अनुशासन पर्व से उद्धृत एक महान स्तोत्र है, जिसमें भगवान विष्णु के 1000 पवित्र नामों का संग्रहीत स्तवन है। गीता प्रेस द्वारा प्रस्तुत यह विशेष संस्करण आदि शंकराचार्य कृत भाष्य, मूल संस्कृत श्लोकों, तथा उनकी सरल हिंदी व्याख्या के साथ प्रकाशित किया गया है।
यह ग्रंथ केवल एक पाठ्य संग्रह नहीं, बल्कि एक आध्यात्मिक साधना का स्तम्भ है, जो भक्ति, ज्ञान और वेदांत के समन्वय से पूर्ण है।
🌟 मुख्य विशेषताएँ:
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महाभारत से संगृहीत 1000 विष्णु नामों का स्तुति संग्रह
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आदि शंकराचार्य का संस्कृत भाष्य, जिसमें प्रत्येक नाम का गूढ़ अर्थ समझाया गया है
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श्लोकों के साथ सरल हिंदी अनुवाद, जो पाठकों को अर्थ तक सहज पहुंच देता है
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सुंदर मुद्रण, उपयोगी प्रारूप और उच्च गुणवत्ता वाला कागज़
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दैनिक पाठ, जाप, पूजा, या स्वाध्याय के लिए उपयुक्त
🙏 यह पुस्तक क्यों पढ़ें?
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भगवान विष्णु की कृपा, शांति और मानसिक शक्ति हेतु
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वेदांत एवं भक्ति साधना में रुचि रखने वालों के लिए
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श्रीनाम संकीर्तन, व्रत, विशेष तिथियों पर पाठ हेतु
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भक्तों, विद्वानों, छात्रों, और संस्कृत प्रेमियों के लिए अमूल्य ग्रंथ
👤 उपयुक्त पाठक वर्ग:
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वैष्णव भक्त
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संस्कृत विद्यार्थी व अध्येता
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साधक व गृहस्थ
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पूजा आयोजक, मंदिरों, धार्मिक संस्थानों में कार्यरत लोग
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