📚 संपूर्ण 4 खण्डों का संग्रह
🌟 विशेषताएँ
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सम्पूर्ण वेद भाष्य – हिन्दी अनुवाद व टीका सहित, जैसे कि पं. हरिशरण सिद्धान्तालङ्कार की भाषा या दयानन्द सरस्वती की शैली अनुसार।
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भाषा – मूल संस्कृत श्लोक के साथ हिन्दी अर्थ, स्वर, छन्द और देवता विवरण शामिल होता है।
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संरचना – 4 अलग-अलग खण्ड (संहिता/भाष्य):
वेद | खण्ड संख्या | मन्त्र / पृष्ठ | विषय |
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ऋग्वेद | 7–9 खण्ड | ~10 00+ पृष्ठ | ब्रह्मांड, देवता स्तुति, सामाजिक जीवन |
यजुर्वेद | 1–2 खण्ड | ~40 अध्याय | यज्ञ विधि, कर्मकाण्ड, उपनिषद |
सामवेद | 1–2 खण्ड | ~1875 मंत्र | संगीत-छन्द, उपनिषद (चांदोग्य, केन) |
अथर्ववेद | 1–2 खण्ड | ~730 सूक्त | तंत्र-चिकित्सा, सामाजिक विज्ञान |
📖 प्रत्येक वेद का सारांश
ऋग्वेद
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दुनिया का सबसे प्राचीन ग्रंथ – 10 मंडल, 1,028 सूक्त, ~10,600 मंत्र।
यजुर्वेद
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यज्ञों के मंत्र और विधि-विधान; शुक्ल तथा कृष्ण शाखा के साथ Upanishad सम्मिलित (ईशा, तैत्तिरीय आदि)।
सामवेद
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मंत्र-गीत वेद; संगीत से जुड़ा; छान्दोग्य व केन उपनिषद इसका हिस्सा।
अथर्ववेद
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दैनिक जीवन, चिकित्सा, भूत-प्रेत, मंत्र व आर्थिक–राजनीतिक चर्चा; लगभग 6,000 मंत्र।
🛕 महत्व
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श्रुति ग्रन्थ – श्रवण से प्रचलित, मानवता को धर्म, विज्ञान और आध्यात्मिक ज्ञान का आधार।
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ज्ञान का अभेद्य भण्डार – वेदों में आधुनिक विज्ञान (खगोल, गणित), समाजशास्त्र, संगीत आदि की मूल है
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वैश्विक मानवता: सामाजिक एकता, योग्यता, तर्क, मदृत्वा (वसुधैव कुटुम्बकम्) का प्रचार
✅ निष्कर्ष
चारों वेदों का यह हिंदी-संस्कृत सेट एक गहन, प्रामाणिक मूल्यांकन प्रस्तुत करता है। जिसमें सरल भाषा, स्पष्ट टीका, और वैदिक ज्ञान का सम्पूर्ण संग्रह शामिल है—वेद अध्ययन, संस्कृत पाठ, सांस्कृतिक–आध्यात्मिक अनुसन्धान के लिए अत्यंत उपयुक्त!
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