“Lal Kitab 1952” का यह हिंदी-हार्डकवर सेट उन लोगों के लिए है जो पारंपरिक ज्योतिष, हस्तरेखा और आसान दैनिक उपायों में रुचि रखते हैं। यह संग्रह ज्योतिष-विद्वान, हस्तरेखा विशेषज्ञ और प्राचीन शास्त्रीय उपाय-शास्त्र (folk remedies) के शोधार्थियों के लिए अत्यंत उपयोगी है।
यह क्यों विशेष है?
आम जीवन उपाय – साधारण, घरेलू सामग्री से ग्रह दोषों का शीघ्र समाधान (टोटके)
मूल 1952 संस्करण – वह अंतिम संकलन जिसमें ‘समुद्रिक शास्त्र’ की मूल 5 पुस्तकें सम्मिलित हैं।
भौतिक गुणवत्ता – बड़ा आकार, भारी मोटा हार्डकवर, विद्वानों और संग्राहकों के लिए कलात्मक रूप से उपयुक्त।
🌟 सरल उपाय (टोटके)
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पारंपरिक पूजा या रत्न की बजाए, दैनिक जीवन की सामग्री और सरल क्रियाओं से ग्रह दोषों का निवारण बताती है—जैसे नदी में सिक्के डालना, गाय को घास खिलाना आदि ।
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Remedies (उपाय) और फारमान (निर्देश) श्लोकबद्ध शैली में दिए गए हैं, याद रखने में सहायक—शास्त्रीय शैली की दृष्टि से प्रभावी ।
🌑 पंडित रूपचंद जोशी और इतिहास
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उन्होंने 1939 से 1952 तक पांच भागों में इस शास्त्र को लिखा, और इसे “Lal Kitab 1952” के अंतर्गत संकलित किया।
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यह पुस्तक वैदिक ज्योतिष, हस्तरेखा, समुद्रिक शास्त्र और वास्तु को एकीकृत करती है—जिसे ‘एस्ट्रो-पामिस्त्री’ भी कहा जाता है ।
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